अन्य गद्य विधा र यात्रा साहित्य Annya gadya bigha ra yatra sahitya
dc.contributor.author | तिवारी Tiwari, दीपक Dipak | |
dc.date.accessioned | 2022-07-04T10:54:00Z | |
dc.date.available | 2022-07-04T10:54:00Z | |
dc.date.issued | 2019 | |
dc.description.abstract | सिर्जनात्मक साहित्य लेखनमा कविता, आख्यान, नाटक र निबन्ध गरी चारवटा मूल विधा रहेको मानिन्छ। यात्रा साहित्य निबन्धइतर अन्य विधाअन्तर्गत मूलतः गद्यात्मक ढाँचामा सिर्जना हुने लेखन रहेको देखिन्छ भने यो अनाख्यानमूलक गद्यअन्तर्गतका निबन्ध-प्रबन्ध, आत्मकथा, जीवनी, संस्मरण, दैनिकी, पत्र साहित्य, शब्दचित्र, रिपोतार्ज र अन्तर्वार्ताजस्ता लेखनको समकक्षी रहेको देखिन्छ। अनाख्यानमूलक गद्यलाई अन्य विधा पनि भन्ने गरिएको छ जुन प्रधानतः जीवन भोगाइको यथातथ्यमूलक वर्णनमा आधारित हुन्छ र न्यून काल्पनिक हुन्छ जसको मूल स्वरूप गद्यात्मक र अनाख्यात्मक हुन्छ। यात्रा साहित्य शब्दले यात्रागत यथार्थानुभूतिमा संसर्गित गद्य वा पद्य कुनै पनि रूपमा लेखिएको साहित्य बुझिए तापनि लेखनगत आधिक्य र सर्वाधिक स्वीकृत मान्यताका आधारमा यो गद्यमै लेखिएको हुनुपर्छ भन्ने बुझिन्छ। यात्रा साहित्य र अन्य आख्यानेतर गद्य लेखनमाझ विभाजक तत्त्वका रूपमा सञ्चरणशीलता, सवेदनशीलता, निजात्मकता, तथ्यात्मकता र स्थानीयता जस्ता पक्षहरूले ठुलो भूमिका खेलेको हुन्छ। त्यसैले यात्रा साहित्य आफ्नो छुट्दै विशेषता, स्वरूप र पहिचान बोकेको आख्यानरहित गद्यमूलक साहित्यिक विधा रहेको देखिन्छ जसले एउटा साहित्यिक विधाले वहन गर्न सबै मानदण्ड पुरा गरेको देखिन्छ। | en_US |
dc.identifier.issn | 0976-1640 | |
dc.identifier.uri | https://ir.nbu.ac.in/handle/123456789/4581 | |
dc.language.iso | ne | en_US |
dc.publisher | University of North Bengal | en_US |
dc.subject | अन्य विधा Annyo bigha | en_US |
dc.subject | आख्यानमूलक गद्य Akhyayanmulak gadya | en_US |
dc.subject | अनाख्यानमूलक गद्य Anakhyayanmulak gadya | en_US |
dc.title | अन्य गद्य विधा र यात्रा साहित्य Annya gadya bigha ra yatra sahitya | en_US |
dc.title.alternative | Abhigyan : Shodhmulak Ardhvarshik, Vol. 8, No.10, January-June-2019, pp. 19-29 | en_US |
dc.type | Article | en_US |
periodical.editor | Nepal, Ghanshyam | |
periodical.issueNumber | 10 | |
periodical.name | Abhigyan : Shodhmulak Ardhvarshik | |
periodical.pageEnd | 29 | |
periodical.pageStart | 19 | |
periodical.volumeNumber | 8 |